The Greatest Guide To Shodashi
Wiki Article
The Mahavidyas are a profound expression from the divine feminine, Every single symbolizing a cosmic functionality as well as a route to spiritual enlightenment.
The picture was carved from Kasti stone, a uncommon reddish-black finely grained stone accustomed to trend sacred images. It had been brought from Chittagong in present day Bangladesh.
आस्थायास्त्र-वरोल्लसत्-कर-पयोजाताभिरध्यासितम् ।
Darshans and Jagratas are pivotal in fostering a sense of Neighborhood and spiritual solidarity among devotees. In the course of these functions, the collective Electricity and devotion are palpable, as participants engage in various types of worship and celebration.
In the spiritual journey of Hinduism, Goddess Shodashi is revered as being a pivotal deity in guiding devotees in the direction of Moksha, the last word liberation within the cycle of birth and Dying.
ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः
षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।
लक्षं जस्वापि यस्या मनुवरमणिमासिद्धिमन्तो महान्तः
हार्दं शोकातिरेकं शमयतु ललिताघीश्वरी पाशहस्ता ॥५॥
श्वेतपद्मासनारूढां शुद्धस्फटिकसन्निभाम् ।
यह देवी अत्यंत सुन्दर रूप वाली सोलह वर्षीय युवती के रूप में विद्यमान हैं। जो तीनों लोकों (स्वर्ग, पाताल तथा पृथ्वी) में सर्वाधिक सुन्दर, मनोहर, चिर यौवन वाली हैं। जो आज भी यौवनावस्था धारण किये हुए है, तथा सोलह कला से पूर्ण सम्पन्न है। सोलह अंक जोकि पूर्णतः का प्रतीक है। सोलह की संख्या में प्रत्येक तत्व पूर्ण माना जाता हैं।
वन्दे तामष्टवर्गोत्थमहासिद्ध्यादिकेश्वरीम् ॥११॥
भर्त्री स्वानुप्रवेशाद्वियदनिलमुखैः पञ्चभूतैः स्वसृष्टैः ।
The person who does this Sadhana will become like Cupid (Shodashi Mahavidya). He is converted right into click here a rich, well known amongst Women of all ages and blessed with son. He receives the standard of hypnotism and achieves the self electricity.